व्यवहारिक मार्गदर्शिका >> सामने देख सामने देखहेमंत चांदेवार
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
सुरक्षित जीवन पद्धति में सुरक्षा पहले स्थान पर आती है तथा हर पल सावधानी बरतकर जीवन जिया जाता है। हर व्यक्ति सुरक्षित माहौल में रहना पसंद करता है, क्योंकि ऐसे वातावरण में वह मनपसंद कार्य करके अपना विकास कर पाते हैं।
विकास में व्यक्ति धन कमाता है और अपनी इस जमा संपत्ति का उपभोग करके सुरक्षित और खुशहाल जीवन गुज़र सकता है। ऐसे माहौल में वह अपने जीवन का आनंद ले सकता है। इसलिए अपने जीवन तथा संपत्ति को हानि से बचाना हमारा कर्तव्य है और इसके लिए सुरक्षा संबंधी बातों की जानकारी आवश्यक है।
यह पुस्तक बताती है कि हमेशा सतर्क रहकर और सावधानी बारात कर हम किस प्रकार समय रहते सुरक्षा के इंतज़ाम कर सकते हैं, जिससे हम हमारी जान व हमारे धन को नुकसान से बचा सकते हैं या फिर ख़तरों से होने वाले नुकसान और उसके नकारात्मक परिणामों को कम से कम कर सकते हैं।
विकास में व्यक्ति धन कमाता है और अपनी इस जमा संपत्ति का उपभोग करके सुरक्षित और खुशहाल जीवन गुज़र सकता है। ऐसे माहौल में वह अपने जीवन का आनंद ले सकता है। इसलिए अपने जीवन तथा संपत्ति को हानि से बचाना हमारा कर्तव्य है और इसके लिए सुरक्षा संबंधी बातों की जानकारी आवश्यक है।
यह पुस्तक बताती है कि हमेशा सतर्क रहकर और सावधानी बारात कर हम किस प्रकार समय रहते सुरक्षा के इंतज़ाम कर सकते हैं, जिससे हम हमारी जान व हमारे धन को नुकसान से बचा सकते हैं या फिर ख़तरों से होने वाले नुकसान और उसके नकारात्मक परिणामों को कम से कम कर सकते हैं।
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